[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[जाकी कृपा पंगु गिरि लांघे,
अन्धे को सब कुछ दरसाई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[बहिरौ सुनै मूक पुनि बोलै,
रंक चलै सिर छत्र धराई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[सूरदास स्वामी करुनामय,
बार बार बन्दौतिः पायी।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई]-2
(सूरदास )
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[जाकी कृपा पंगु गिरि लांघे,
अन्धे को सब कुछ दरसाई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[बहिरौ सुनै मूक पुनि बोलै,
रंक चलै सिर छत्र धराई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2
[सूरदास स्वामी करुनामय,
बार बार बन्दौतिः पायी।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई]-2
(सूरदास )
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