Tuesday, September 24, 2013

Charan Kamal Bando Hari Rayi - चरण कमल बंदौ हरी राई

[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2

[जाकी कृपा पंगु गिरि लांघे,
अन्धे को सब कुछ दरसाई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2

[बहिरौ सुनै मूक पुनि बोलै,
रंक चलै सिर छत्र धराई।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई।]-2

[सूरदास स्वामी करुनामय,
बार बार बन्दौतिः पायी।]-2
[चरण कमल बंदौ हरी राई,
चरण कमल बंदौ हरी राई]-2


                                           (सूरदास )

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