तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
हम तुम्हारे थे प्रभूजी, हम तुम्हारे है।
हम तुम्हारे ही रहेंगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(1)
तुम्हे छोड़ सुन नन्द दुलारे, कोई ना मीत हमारो-2
किसके द्वारे जाय पुकारुँ, और न कोई सहारो।।
अब तो आके बाँह पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम।।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(2)
तेरे कारण सब जग छोड़ा, [(प्यारे) तुम संग नाता जोड़ा]-2
एक बार प्रभु हँस के कह दो, [(प्यारे) तू मेरा मै मेरा]-2
साँची प्रीत की रीत निभालो, ओ मेरे प्रीतम।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(3)
दास की विनती सुन लीजो, ओ ब्रिजराज दुलारे-2
आखिरी आस यही जीवन की, पूरन करना प्यारे।
एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
- गोविन्द भार्गव जी
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
हम तुम्हारे थे प्रभूजी, हम तुम्हारे है।
हम तुम्हारे ही रहेंगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(1)
तुम्हे छोड़ सुन नन्द दुलारे, कोई ना मीत हमारो-2
किसके द्वारे जाय पुकारुँ, और न कोई सहारो।।
अब तो आके बाँह पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम।।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(2)
तेरे कारण सब जग छोड़ा, [(प्यारे) तुम संग नाता जोड़ा]-2
एक बार प्रभु हँस के कह दो, [(प्यारे) तू मेरा मै मेरा]-2
साँची प्रीत की रीत निभालो, ओ मेरे प्रीतम।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
(3)
दास की विनती सुन लीजो, ओ ब्रिजराज दुलारे-2
आखिरी आस यही जीवन की, पूरन करना प्यारे।
एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम।
तुम हमारे थे प्रभूजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।
- गोविन्द भार्गव जी
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