Monday, January 19, 2015

Tum Hamare The Guru Ji - तुम हमारे थे गुरुजी

तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।

हम तुम्हारे थे गुरुजी, हम तुम्हारे है।
हम तुम्हारे ही रहेंगे, ओ मेरे प्रीतम।।

(1)
तुम्हे छोड़ सुन गुरुवर प्यारे, कोई ना मीत हमारो-2
किसके द्वारे जाय पुकारुँ, और न कोई सहारो।।
अब तो आके बाँह पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम।।

तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।

(2)
तेरे कारण सब जग छोड़ा, [(प्यारे) तुम संग नाता जोड़ा]-2
एक बार गुरु हँस के कह दो, [(प्यारे) तू मेरा मै मेरा]-2
साँची प्रीत की रीत निभालो, ओ मेरे प्रीतम।

तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।

(3)
दास की विनती सुन लीजो, ओ गुरुदेव हमारे-2
आखिरी आस यही जीवन की, पूरन करना प्यारे।
एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम।

तुम हमारे थे गुरुजी, तुम हमारे हो।
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे प्रीतम।।

- दासानुदास जी

1 comment: